इन सभी माताओं का नाम इस प्रकार पड़ा।
1.शैलपुत्री – यह माता हिमालय की पुत्री है। इस माता का अवतार सबसे पहला है। जो की सती माता के रूप में भी जानी जाती है। इसलिए इस माता को शैलपुत्री कहा जाता है।
2.ब्रह्मचारिणी – ब्रह्मचारिणी माता ने घोर तपस्या के उपरांत भगवान शिव को प्राप्त किया था। इसलिए इस माता को ब्रह्मचारिणी कहा जाता है।
3.चन्द्रघंटा – इस माता के माथे पर चन्द्रमा के सम्मान तिलक लगा हुआ है। इसलिए इस माता को चन्द्रघंटा कहा जाता है।
4.कूष्मांडा – हमारे ब्रह्मांड की उत्तपत्ति करने वाली माता कूष्मांडा है। इस माता को कूष्मांड भी कहते है। कूष्मांडा माता के अन्दर सारा का सारा ब्रह्मांड समाया हुआ है। इसलिए हम इस माता को कूष्मांडा कहते है।
5.स्कंदमाता – स्कंदमाता के पुत्र का नाम कार्तिकेय है तथा कार्तिकेय का दूसरा नाम स्कंद है। इसलिए हम इस माता को स्कंद की माता भी कहते है।
6.कात्यायनी – प्रसिद्ध महृषि कात्यायन की घोर तपस्या के उपरांत ख़ुशी होने पर माता कात्यायनी ने महृषि के घर मे उनकी पुत्री के रूप में जन्म लिया था। इसलिए हम इस माता को कात्यायनी कहते है।
7.कालरात्रि – यह माता हमारे जीवन के समस्त दुःखो का विनाश करने वाली है। इसलिए हम इस माता को कालरात्रि कहते है।
8.महागौरी – महागौरी माता का रंग अत्यंत गोरा है। इसलिए हम इस माता को महागौरी कहते है।
9.सिद्धिदात्री – सिद्धिदात्री की पूजा जो भी मनुष्य करता है उसे सिद्धिदात्री माता उसके जीवन में सम्पूर्ण रूप से सिद्धि प्रदान करती है। इसलिए हम इस माता को सिद्धिदात्री कहते है।