श्री शनि
श्री शनि ।।स्तुति।। ॐ शन्नो देवीरभिष्टाय अहो भवन्तु पीतये। शं योरभिः स्त्रवन्तु नः।। ।। दोहा।। जय गणेश गिरिजा सुवन, मंगल करण कृपाल। दीनन के दुःख दूर करी,कीजै नाथ निहाल।। जय जय श्री शनिदेव प्रभु, सुनहु विनय महाराज। करहु कृपा हे रवि तनय, राखहु जन की लाज।। श्री शनि चालीसा ।। चौपाई।। जयति जयति शनिदेव दयाला।…