सत्यनारायण व्रत कथा (द्वितीय अध्याय)
सत्यनारायण व्रत कथा (द्वितीय अध्याय) द्वितीय अध्याय सूत जी ने कहा- हे ऋषियों जिन्होंने पहले समय मैं इस व्रत को किया उनका इतिहास कहता हूं आप सब ध्यान से सुने सुंदर काशीपुर नगरी में एक अत्यंत निर्धन ब्राह्मण रहता था मैं ब्राह्मण भूख और प्यास से बेचैन होकर है वह नित्य पृथ्वी पर घूमता था…