आरती श्री विश्वकर्मा जी की

आरती श्री विश्वकर्मा जी की जय श्री विश्वकर्मा प्रभु जय श्री विश्वकर्मा। सकल सृष्टि के करता, रक्षक स्तुति धर्मा ।। जय श्री विश्वकर्मा प्रभु जय श्री विश्वकर्मा।। आदि सृष्टि मे विधि को श्रुति उपदेश दिया। जीव मात्रा का जग मे ज्ञान विकास किया ।। जय श्री विश्वकर्मा प्रभु जय श्री विश्वकर्मा।। ऋषि अंगीरा तप से…

श्री शनि

श्री शनि ।।स्तुति।। ॐ शन्नो देवीरभिष्टाय अहो भवन्तु पीतये। शं योरभिः स्त्रवन्तु नः।। ।। दोहा।। जय गणेश गिरिजा सुवन, मंगल करण कृपाल। दीनन के दुःख दूर करी,कीजै नाथ निहाल।। जय जय श्री शनिदेव प्रभु, सुनहु विनय महाराज। करहु कृपा हे रवि तनय, राखहु जन की लाज।। श्री शनि चालीसा ।। चौपाई।। जयति जयति शनिदेव दयाला।…

आरती गंगा मैया जी की

गंगा मैया जी की आरती ॐ जय गंगे माता मैया जय गंगे माता । जो नर तुमको ध्याता मनवांछित फल पाता ।। ॐ जय गंगे माता मैया जय गंगे माता ।। चंद्र सी ज्योति तुम्हारी जल निर्मल आता । शरण पड़े जो तेरी सो नर तर जाता ।। ॐ जय गंगे माता मैया जय गंगे माता ।।…

भगवान विष्णु मंत्र

भगवान विष्णु मंत्र । त्वमेव माता, च पिता त्वमेव । ।। त्वमेव बन्धु च सखा त्वमेव ।। । त्वमेव विद्या च द्रविनम त्वमेव । ।। त्वमेव सर्वम मम देव देव ।।  विष्णुध्यानम मंत्र । शान्ताकरं भुजगशयनं पद्मनाभं सुरेशं । ।। विश्र्वाधारं गगनसदृशं मेघवर्णं शुभाङ्गम ।। । लक्ष्मीकान्तं कमलनयनं योगिभिर्ध्यानगम्यम । ।। वन्दे विष्णु भवभयहरं सर्वलोकैकनाथम ।।

आरती तुलसी माता जी की

तुलसी माता जी की आरती जय तुलसी माता मैया जय तुलसी माता । सब जग की सुखदाता वर माता ।। जय तुलसी माता मैया जय तुलसी माता।। सब योगों के ऊपर सब रोगों के ऊपर । रज से रक्षा करके भव त्राता ।। जय तुलसी माता मैया जय तुलसी माता।। बहु पुत्री है श्यामा सुर वल्ली है…

आरती अम्बे गौरी जी की

माँ अम्बे गौरी जी की आरती जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी । तुम को निस दिन ध्यावत हरि ब्रह्मा शिवजी ॥ जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी ॥ माँग सिन्दूर विराजत टीको मृग मद को । उज्ज्वल से दो नैना चन्द्रवदन नीको ॥ जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी  ॥ कनक समान कलेवर…

आरती गणेश जी की

भगवान गणेश जी की आरती जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा। माता जाकी पार्वती पिता महादेवा।। जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा ।। धूप चढ़े, खील चढ़े और चढ़े मेवा। लड्डूअन  का भोग लगे संत करें सेवा।। जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा ।। एक दंत दयावंत चार भुजा धारी। माथे सिंदूर सोहे मूसे…

शिवमानस पूजा

शिवमानस पूजा ।। श्री गणेशाय नमः।।  रलै: कल्पितभासनं हिमजलै: स्नानं च दिव्याम्बरं नानारत्न विभूषित मृगमदामोदां कितं चंदनम।।    जाती चंपक बिल्वपत्र रचितं पुष्पं च धूपं तथा। दीपं देव दयानिधे पशुपते हृत्कल्पित गृह्यताम।।१।।    सौवर्णे मणिखंड़रलरचिते पात्रे धृतं पा यसं । भक्ष्मं पंचविधं पयोदधियुतं रंभाफलं पायसम । शाकानाम युतं जलं रुचिकरं कर्पूरखंडौ ज्ज्वलं । ताम्बूलं मनसा मया विरचितं भक्तया प्रभो स्वीकुरु।।२।।   …

आरती संतोषी माता जी की

माता संतोषी की आरती जय संतोषी माता मैंया जय संतोषी माता | अपने सेवक जन को सुख सम्पत्ति दाता || जय संतोषी माता || सुन्दर चीर सुनहरी माँ, धारण कीन्हों | हीरा पन्ना दमके, तन श्रृंगार लीन्हों || जय संतोषी माता मैंया जय संतोषी माता || गेरु लाल घटा छवि, बदन कमल सोहे | मन्द हँसत करुणामयी, त्रिभुवन…

शिवनानावल्यष्टकम

शिवनानावल्यष्टकम ।। श्री गणेशाय नमः।। हे चंद्रचूड़ मदनांतक शूल पाणे स्थाणौ गिरीश गिरिजेश महेश शंभो। भूतशभितिभय सूदन  मामनाथं संसार दुःख गहनाज्ज्गदीश रक्ष।।१।।    हे पार्वती ह्रदयवक्कम चन्द्रमौले भुताधिप प्रथमनाथ गिरीश जाप। हे वामदेव भव रुद्र पिनाकपाणे संसार।।२।।    हे नीलकंठ वृषभध्वज पंचक्ल लिकेश शेषवलय परमयेश शर्व। हे धूर्जटे पशुपत्ते गिरिजापते मां संसार।।३।।    हे विश्वनाथ…